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Bhai Rahgir Ye Hum Konsi Gaadi Pe Chadh Gaye | भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए? - Rahgir Song Lyrics

Bhai Rahgir Ye Hum Konsi Gaadi Pe Chadh Gaye | भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए? - Rahgir Song Lyrics

Bhai Rahgir Ye Hum Konsi Gaadi Pe Chadh Gaye

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

Rahgir Song Lyrics

अभी पतझड़ नहीं आया, अभी से पत्ते झड़ गए

अभी पतझड़ नहीं आया, अभी से पत्ते झड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

Bhai Rahgir Ye Hum Konsi Gaadi Pe Chadh Gaye  भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए - Rahgir Song Lyrics

अभी है बाप जिंदा, बेटे बंटवारे को लड़ गए

अभी है बाप जिंदा, बेटे बंटवारे को लड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


रहके भूखा लड़ के, लेखक बन गया वो

झुकने को कहा दुनिया ने लेकिन तन गया वो

सबने कहा लिख शहद मगर उसने तेज़ाब लिखी

और बातें भी दो-चार नहीं, एक पूरी किताब लिखी

एक पूरी किताब लिखी


ठेले पे समोसे के उसके फिर पन्ने फड़ गए


भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


किसी कचरे से बीज लिया, किसी नाली से पानी

फिर उनसे खेल-खेल कर काटी उम्र जवानी

जब बाग़ लगा तो नज़रें टिक गयी दुनिया वालों की

पर उसने वापस मूंह पर मारी दौलत सालों की

अरे दौलत सालों की...अरे दौलत सालों की...


उसके मरते ही बेटे बिक गए बाग़ उजड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


मेले में जो थी, सबसे बढ़िया खरीद कर

बड़े चाव से लायी थी एक अंगिया खरीद कर

उसको पहन गली में एक चक्कर लगाने गयी

नयी अंगिया में क्या लगती थी, सबको दिखाने गयी

सबको दिखाने गयी


वापस आने से पहले ही टाँके उधड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


एक सयाने ने कहा तूफ़ान आएगा

सब कुछ उड़ा ले जाएगा घमसान आएगा

एक सयाने ने कहा तूफ़ान आएगा

सब कुछ उड़ा ले जाएगा घमसान आएगा

पर वहाँ पे जो थे सारे एक से एक सयाने थे

सबके अलग ही राग थे, अलग ही गाने थे

अलग ही गाने थे

तूफ़ाँ से पहले ही हालात बिगड़ गए


भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


सूरज उगने से लेकर वापस उगने तक।

वो रहा सोचता सपनों पर है उसका हक़

पर कहा बाप ने, "सुन मेरा एक सपना पुराना"

जो मैं ना कर पाया तू वो कर के दिखाना

वो कर के दिखाना


फिर दबे दबे दिल में उसके वो सपने सड़ गए।

Bhai Rahgir Ye Hum Konsi Gaadi Pe Chadh Gaye  भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए - Rahgir Song Lyrics

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?


अभी पतझड़ नहीं आया, अभी से पत्ते झड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

अभी है बाप जिंदा, बेटे बंटवारे को लड़ गए

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

भाई राहगीर, ये हम कौनसी गाड़ी पे चढ़ गए?

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राहगीर

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