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साहित्यशाला कविता संग्रह: महाभारत, भक्ति, जीवन, प्रेम और प्रेरणा पर 100+ सर्वश्रेष्ठ कविताएँ

25+ देशभक्ति कविता संग्रह | जोश भर देने वाली Patriotic Poems In Hindi

25+ देशभक्ति कविता संग्रह | जोश भर देने वाली Patriotic Poems In Hindi

देशभक्ति हिंदी कविता हमारे देश के प्रति प्रेम, गर्व और समर्पण की भावना को शब्दों में बाँधती है। यहाँ आपको स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और वीर रस से जुड़ी Patriotic Poems In Hindi का संपूर्ण संग्रह मिलेगा — ऐसी कविताएँ जो देश के प्रति सम्मान जगाएँ और हृदय को गर्व से भर दें। चाहे आप school function के लिए short deshbhakti kavita खोज रहे हों या प्रसिद्ध कवियों की रचनाएँ, यह पेज आपके लिए एक best Hindi patriotic poem collection है। आइए, शब्दों के इस देशप्रेमी सफर में भारत माता को नमन करें।

🎖️ देशभक्ति कविताओं के प्रकार

  • 🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस पर कविताएँ
  • 🪶 गणतंत्र दिवस पर कविताएँ
  • ⚔️ वीर रस देशभक्ति कविताएँ
  • 📜 प्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
Indian national flag at sunset – देशभक्ति हिंदी कविता और स्वतंत्रता दिवस पर कविता के लिए प्रेरणादायक तिरंगा चित्र
भारत का तिरंगा – देशभक्ति की भावना और कविताओं का प्रतीक
रक्त हैं यह वीरों का --> HERE
 मिली हमें जो आज़ादी --> HERE
हे भारत के राम जगो --> HERE
स्वतंत्र दिवस पर हिंदी कवितायेँ --> HERE
गणतंत्र दिवस पर हिंदी कवितायेँ --> HERE
आज तिरगां फरहराते है --> HERE
मेरे भारत में  --> HERE
गाँधी जी ! गाँधी जी ! कैसा लगा आपको? --> HERE
गगन में लहरता है भगवा हमारा --> HERE

था सर्वोपरि निज देश --> HERE

Waving Indian national flag on blue sky – Patriotic Poems in Hindi, Deshbhakti Kavita and Independence Day poems
भारत का तिरंगा – देशभक्ति की भावना और कविताओं का प्रतीक
आज सिन्धु में ज्वार उठा है --> HERE
आए जिस-जिस की हिम्मत हो --> HERE
कदम मिलाकर चलना होगा --> HERE
 मस्तक नहीं झुकेगा --> HERE
 कण्ठ-कण्ठ में एक राग है --> HERE
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है --> HERE
मेरा भारत महान --> HERE
पद्मिनी गोरा बादल -- > HERE
चन्दन है इस देश की माटी --> HERE
यह परम्परा का प्रवाह है --> HERE
हार --> HERE
आज तिरगां फरहराते है --> HERE
THE HEAD THAT WORE --> HERE
आज देश की मिट्टी बोल उठी है --> HERE
गांव से ग्लोबल तक --> HERE
Mera Desh Jal Raha, Koi Nhi Bujhanewala --> HERE
Nature Poems In Hindi --> HERE
Deshbhakti Hindi Kavita - Patriotic Poems In Hindi, देशभक्ति हिंदी कविता, Deshbahkti Poems In Hindi, Independence Day Poems In Hindi, Swatantra Diwas

यहाँ दी गई देशभक्ति कविताएँ PDF फॉर्मेट में भी उपलब्ध हैं। यदि आपको PDF चाहिए, तो कृपया मुझे kavitasadan@gmail.com पर मेल करें।

देशभक्ति कविता से जुड़े प्रश्न

प्रश्न: देशभक्ति कविता क्या होती है?
उत्तर: ऐसी कविता जो देश के प्रति प्रेम, गर्व और बलिदान की भावना जगाए।

प्रश्न: स्कूल फंक्शन के लिए छोटी देशभक्ति कविता कहाँ मिलेगी?
उत्तर: नीचे दिए संग्रह में “Short Deshbhakti Kavita” सेक्शन देखें।

Famous Poems

Charkha Lyrics in English: Original, Hinglish, Hindi & Meaning Explained

Charkha Lyrics in English: Original, Hinglish, Hindi & Meaning Explained Discover the Soulful Charkha Lyrics in English If you've been searching for Charkha lyrics in English that capture the depth of Punjabi folk emotion, look no further. In this blog, we take you on a journey through the original lyrics, their Hinglish transliteration, Hindi translation, and poetic English translation. We also dive into the symbolism and meaning behind this heart-touching song. Whether you're a lover of Punjabi folk, a poetry enthusiast, or simply curious about the emotions behind the spinning wheel, this complete guide to the "Charkha" song will deepen your understanding. Original Punjabi Lyrics of Charkha Ve mahiya tere vekhan nu, Chuk charkha gali de vich panwa, Ve loka paane main kat di, Tang teriya yaad de panwa. Charkhe di oo kar de ole, Yaad teri da tumba bole. Ve nimma nimma geet ched ke, Tang kath di hullare panwa. Vasan ni de rahe saure peke, Mainu tere pain pulekhe. ...

सादगी तो हमारी ज़रा देखिए | Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics (Nusrat Fateh Ali Khan)

सादगी तो हमारी ज़रा देखिए | Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics (Nusrat Fateh Ali Khan)   यहाँ Saadgi To Hamari Zara Dekhiye (सादगी तो हमारी जरा देखिये) के पूरे लिरिक्स दिए गए हैं। यह उस्ताद नुसरत फतह अली खान साहब द्वारा अमर की गई एक कालजयी क़व्वाली है। यह ग़ज़ल अपने गहरे, दिल को छू लेने वाले अर्थ और प्यार की सादगी भरी अभिव्यक्ति के लिए जानी जाती है। कई प्रशंसक इस क़व्वाली को इसकी प्रसिद्ध पंक्तियों से भी खोजते हैं। इस पोस्ट में "लोग डरते हैं कातिल की परछाई से" और "अपना अंजाम सब हमको मालूम था" जैसी मशहूर पंक्तियों के पूरे और सही बोल शामिल हैं। सादगी तो हमारी के संपूर्ण लिरिक्स नीचे हिंदी और रोमन अंग्रेजी में पढ़ें। सादगी तो हमारी जरा देखिये,  एतबार आपके वादे पे कर लिया | मस्ती में इक हसीं को ख़ुदा कह गए हैं हम,  जो कुछ भी कह गए वज़ा कह गए हैं हम  || बारस्तगी तो देखो हमारे खुलूश कि,  किस सादगी से तुमको ख़ुदा कह गए हैं हम || किस शौक किस तमन्ना किस दर्ज़ा सादगी से,  हम करते हैं आपकी शिकायत आपही से || तेरे अताब के रूदाद हो गए हैं हम,  बड़े खलूस...

महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंदी कविता - Mahabharata Poem On Arjuna

|| महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता || || Mahabharata Poem On Arjuna ||   तलवार, धनुष और पैदल सैनिक कुरुक्षेत्र में खड़े हुए, रक्त पिपासु महारथी इक दूजे सम्मुख अड़े हुए | कई लाख सेना के सम्मुख पांडव पाँच बिचारे थे, एक तरफ थे योद्धा सब, एक तरफ समय के मारे थे | महा-समर की प्रतिक्षा में सारे ताक रहे थे जी, और पार्थ के रथ को केशव स्वयं हाँक रहे थे जी ||    रणभूमि के सभी नजारे देखन में कुछ खास लगे, माधव ने अर्जुन को देखा, अर्जुन उन्हें  उदास लगे | कुरुक्षेत्र का महासमर एक पल में तभी सजा डाला, पांचजन्य  उठा कृष्ण ने मुख से लगा बजा डाला | हुआ शंखनाद जैसे ही सब का गर्जन शुरु हुआ, रक्त बिखरना हुआ शुरु और सबका मर्दन शुरु हुआ | कहा कृष्ण ने उठ पार्थ और एक आँख को मीच जड़ा, गाण्डिव पर रख बाणों को प्रत्यंचा को खींच जड़ा | आज दिखा दे रणभूमि में योद्धा की तासीर यहाँ, इस धरती पर कोई नहीं, अर्जुन के जैसा वीर यहाँ ||    सुनी बात माधव की तो अर्जुन का चेहरा उतर गया, ...

Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics - फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है | Rahgir Song Lyrics

Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है फूलों की लाशों में ताजगी ताजगी चाहता है आदमी चूतिया है, कुछ भी चाहता है फूलों की लाशों में ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है मर जाए तो मर जाए तो सड़ने को ज़मीं चाहता है आदमी चूतिया है काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में लगा के परदे चारों ओर क़ैद है चार दीवारी में मिट्टी को छूने नहीं देता, मस्त है किसी खुमारी में मस्त है किसी खुमारी में और वो ही बंदा अपने घर के आगे आगे नदी चाहता है आदमी चूतिया है टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में फ़िर शहर बुलाए उसको तो जाता है छोड़ तबाही पीछे कुदरत को कर दाग़दार सा, छोड़ के अपनी स्याही पीछे छोड़ के अपनी स्याही ...

Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Abhi Munde (Psycho Shayar) | कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita

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