Short Hindi Poem For Class 5 | Short Hindi Poem For Class 8 तुम गए चित्तचोर ! | Tum Gaye Chittchor स्वप्न-सज्जित प्यार मेरा, कल्पना का तार मेरा, एक क्षण में मधुर निष्ठुर तुम गए झकझोर ! तुम गए चित्तचोर ! हाय ! जाना ही तुम्हें था, यों रुलाना ही मुझे था तुम गए प्रिय, पर गए क्यों नहीं ह्रदय मरोड़ ! तुम गए चित्तचोर ! लुट गया सर्वस्व मेरा, नयन में इतना अँधेरा, घोर निशि में भी चमकती है नयन की कोर ! तुम गए चित्तचोर ! - गोपालदास नीरज Short Hindi Poem For Class 5 | Short Hindi Poem For Class 8
Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics सादगी तो हमारी जरा देखिये सादगी तो हमारी जरा देखिये, एतबार आपके वादे पे कर लिया | मस्ती में इक हसीं को ख़ुदा कह गए हैं हम, जो कुछ भी कह गए वज़ा कह गए हैं हम || बारस्तगी तो देखो हमारे खुलूश कि, किस सादगी से तुमको ख़ुदा कह गए हैं हम || किस शौक किस तमन्ना किस दर्ज़ा सादगी से, हम करते हैं आपकी शिकायत आपही से || तेरे अताब के रूदाद हो गए हैं हम, बड़े खलूस से बर्बाद हो गए हैं हम ||