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Auratein - औरतें By रमाशंकर यादव विद्रोही | Women Empowerment Poems

देखा है मैंने - Short Hindi Poems For Kids With Morals | Bachon Ke Liye Choti Kavita

Short Hindi Poems For Kids With Morals

Moral Values Based Hindi Poems For Kids

देखा है मैंने…

देखा है मैंने…


एक शख़्स में शख्सियतों को

देखा है मैंने !

वज़ूद की अहमियत

को देखा है मैंने !

पीठ पीछे जिनकी

हँसी थे उड़ाते

सामने सिर झुकाते

देखा है मैंने |

Short Hindi Poems For Kids With Morals  Moral values based Hindi poems for kids


झूठें आँसुओं को

बहते देखा है !

देखा है ! बहुत

नकाबों को मैंने

दहाड़ते रहते थे

तब जो इंसान

तड़पते देखा है

सैलाबों को मैंने |

Short Hindi Poems For Kids With Morals

Moral values based Hindi poems for kids

Short Hindi Poems For Kids With Morals  Moral values based Hindi poems for kids

कुछ मुखौटों को

हटते देखा है !

देखा है ! पत्थरों

को टूटते मैंने

जिनको सबने था

ख़ुदा तब बनाया

देखा है ! मसीहों

को लूटते मैंने |

Short Hindi Poems For Kids With Morals

Moral values based Hindi poems for kids

Short Hindi Poems For Kids With Morals  Moral values based Hindi poems for kids
गिरती चट्टानों

को देखा है मैंने !

हृदय से पुकारते

देखा है मैंने !

जिन सिकंदरों ने

जीती थी दुनिया

उन्हें ख़ुद से हारते

देखा है मैंने |

-

Harsh Nath Jha

Short Hindi Poems For Kids With Morals  Moral values based Hindi poems for kids

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Moral values based Hindi poems for kids


Famous Poems

महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंदी कविता - Mahabharata Poem On Arjuna

|| महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता || || Mahabharata Poem On Arjuna ||   तलवार, धनुष और पैदल सैनिक कुरुक्षेत्र में खड़े हुए, रक्त पिपासु महारथी इक दूजे सम्मुख अड़े हुए | कई लाख सेना के सम्मुख पांडव पाँच बिचारे थे, एक तरफ थे योद्धा सब, एक तरफ समय के मारे थे | महा-समर की प्रतिक्षा में सारे ताक रहे थे जी, और पार्थ के रथ को केशव स्वयं हाँक रहे थे जी ||    रणभूमि के सभी नजारे देखन में कुछ खास लगे, माधव ने अर्जुन को देखा, अर्जुन उन्हें  उदास लगे | कुरुक्षेत्र का महासमर एक पल में तभी सजा डाला, पांचजन्य  उठा कृष्ण ने मुख से लगा बजा डाला | हुआ शंखनाद जैसे ही सब का गर्जन शुरु हुआ, रक्त बिखरना हुआ शुरु और सबका मर्दन शुरु हुआ | कहा कृष्ण ने उठ पार्थ और एक आँख को मीच जड़ा, गाण्डिव पर रख बाणों को प्रत्यंचा को खींच जड़ा | आज दिखा दे रणभूमि में योद्धा की तासीर यहाँ, इस धरती पर कोई नहीं, अर्जुन के जैसा वीर यहाँ ||    सुनी बात माधव की तो अर्जुन का चेहरा उतर गया, ...

सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है - Sach Hai Vipatti Jab Aati Hai

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Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics - फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है | Rahgir Song Lyrics

Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है फूलों की लाशों में ताजगी ताजगी चाहता है आदमी चूतिया है, कुछ भी चाहता है फूलों की लाशों में ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है मर जाए तो मर जाए तो सड़ने को ज़मीं चाहता है आदमी चूतिया है काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में लगा के परदे चारों ओर क़ैद है चार दीवारी में मिट्टी को छूने नहीं देता, मस्त है किसी खुमारी में मस्त है किसी खुमारी में और वो ही बंदा अपने घर के आगे आगे नदी चाहता है आदमी चूतिया है टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में फ़िर शहर बुलाए उसको तो जाता है छोड़ तबाही पीछे कुदरत को कर दाग़दार सा, छोड़ के अपनी स्याही पीछे छोड़ के अपनी स्याही ...