Short Hindi Poems For Kids With Morals
Moral Values Based Hindi Poems For Kids
देखा है मैंने…
एक शख़्स में शख्सियतों को
देखा है मैंने !
वज़ूद की अहमियत
को देखा है मैंने !
पीठ पीछे जिनकी
हँसी थे उड़ाते
सामने सिर झुकाते
देखा है मैंने |
झूठें आँसुओं को
बहते देखा है !
देखा है ! बहुत
नकाबों को मैंने
दहाड़ते रहते थे
तब जो इंसान
तड़पते देखा है
सैलाबों को मैंने |
Short Hindi Poems For Kids With Morals
Moral values based Hindi poems for kids
कुछ मुखौटों को
हटते देखा है !
देखा है ! पत्थरों
को टूटते मैंने
जिनको सबने था
ख़ुदा तब बनाया
देखा है ! मसीहों
को लूटते मैंने |
Short Hindi Poems For Kids With Morals
Moral values based Hindi poems for kids
को देखा है मैंने !
हृदय से पुकारते
देखा है मैंने !
जिन सिकंदरों ने
जीती थी दुनिया
उन्हें ख़ुद से हारते
देखा है मैंने |
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Harsh Nath Jha
Short Hindi Poems For Kids With Morals
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नहीं मेरी वापसी का कोई ए'तिबार कहना
वो करे न ज़िंदगी भर मिरा इंतिज़ार कहना
वो मोहब्बतों के मौसम तुझे याद भी हैं हमदम
मिरा एक बार सुनना तेरा बार बार कहना
वो शरीफ़ आदमी है मिरा तज़्किरा करे ना
उसे जानती है दुनिया रहे होशियार कहना
जो हँसा है इत्तीफ़ाक़न तुम्हें देख कर मिरा मन
न इसे सितम समझना न इसे क़रार कहना
वो हर एक बीता लम्हा मुझे याद आ रहा है
तिरा मुझ से बात करना मिरा तुझ को यार कहना
ज़रा एहतियात रक्खे मिरे सामने न आए
मिरा देखना न कर दे उसे शर्मसार कहना
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