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बिहार का परिचय | Bihar Ka Parichay Hindi Kavita - Bihar Par Hindi Kavita

बिहार का परिचय | Bihar Ka Parichay


मैं उस भूमि से आता हूँ

जिसने रक्त से भारत सींचा है

मैं उस भूमि से आता हूँ

जिसने विद्या को तम से खींचा है |


बिहार का परिचय | Bihar Ka Parichay Hindi Kavita - Bihar Par Hindi Kavita

मैं उस भूमि से आता हूँ

जिसकी लेखनी युद्ध न हारी थीं

मैं उस भूमि से आता हूँ

नागार्जुन की धधक चिंगारी थी |


मैं उस भूमि से आता हूँ

जहाँ हर शत्रु को झुकना पड़ा

मैं उस भूमि से आता हूँ

जहाँ शंकर को रुकना पड़ा |


मैं उस भूमि से आता हूँ

जहाँ शिखा ने शौर्य को हराया था

मैं उस भूमि से आता हूँ

जहाँ यूनानियों को मौर्य ने हराया था |


मीठे गीत सुनकर जिनके

भद्रकाल भी दास बने 

पाश्चात्य संस्कृति समक्ष जिनके

एक तुच्छ उपहास बने |


जहाँ आकर गाँधी जी

भारत के महात्मा बने 

जहाँ दिव्य ज्ञान प्राप्त कर

बुद्ध एक परमात्मा बने |


बिहार का परिचय  Bihar Ka Parichay Hindi Kavita - Bihar Par Hindi Kavita

महावीर और अशोक ने

जहाँ शांति का उपदेश दिया 

अंदर ख़ुद जलते रहकर

बस प्रेम का सन्देश दिया |


नागार्जुन, मंडन मिश्र

विद्यापति का अंश हूँ 

मैं हर्ष नाथ, वेद व्यास

और पराशर मुनि का वंश हूँ |


मैं उस भूमि से आता हूँ

जिसने रक्त से भारत को सींचा है 

मैं उस भूमि से आता हूँ

जिसने विद्या को तम से खींचा है |

-

हर्ष नाथ

बिहार का परिचय | Bihar Ka Parichay

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