Indian Election Par Hindi Poem | चुनाव पर हिंदी कविता | Rajneeti Par Kavitaचुनाव - Chunav सड़कों पर लाइटें, गलियाँ तैयार बिजली आ रही, पूरा दिन यार किसको हमसे इतना प्यार ? प्यार नहीं, चुनाव है यार ! झूठे वादों के ये दावे हम सब अब लिखते जाएँगे इस पार्टी से उस पार्टी तक नेता सब बिकते जाएँगे । ये है जाति, वो है जाति हम ने बहुत दुख झेलें हैं जनता ने जब इनको जिताया धोखेबाज़ों के अब मेले हैं । हैं अब सबकी जातियाँ हैं अब सबके धर्म कष्ट देते जनता को ये यही हैं इनके कर्म | जाति धर्म पर बाँटतें हैं ये यही है इनका मर्म ५ साल फिर होंगे गायब झूठे इनके कर्म । कुछ कहतें हैं, काम किया है कुछ कहतें बदनाम किया है कुछ कहतें हत्यारें हैं ये कुछ कहतें गुमनाम किया है । कुछ कहतें यें, कुछ कहते वो कहने का तो काम किया है है जुर्म, शोषण, गरीबी अब भी लाजवाब जी काम किया है । जाम, दाम और...काम पर अब वोट खरीदें जाएँगे दाल गलाने सब नेतागण अब जनता के घर आएँगे | सड़कों पर लाइटें, गलियाँ तैयार बिजली आ रही, पूरा दिन यार किसको हमसे इतना प्यार ? प्यार नहीं, चुनाव है यार ! - Harsh Nath Jha |
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