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हम ढोयेंगे पालकी - Hum Dhoyenge Palki | Nagaarjun Poem On Queen Elizabeth

हम ढोयेंगे पालकी - Hum Dhoyenge Palki

Nagaarjun Poem On Elizabeth  

Nagaarjun Poem On Jawaharlal Nehru


आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी,

यही हुई है राय जवाहरलाल की |

रफ़ू करेंगे फटे-पुराने जाल की,

यही हुई है राय जवाहरलाल की ||

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी!

बाबा नागार्जुन रानी एलिज़ाबेथ पर हिंदी कविता | बाबा नागार्जुन की जवाहरलाल नेहरू पर हिंदी कविता

आओ शाही बैण्ड बजायें,

आओ बन्दनवार सजायें |

खुशियों में डूबे उतरायें,

आओ तुमको सैर करायें ||


उटकमंड की, शिमला-नैनीताल की,

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी |

तुम मुस्कान लुटाती आओ,

तुम वरदान लुटाती जाओ ||


आओ जी चाँदी के पथ पर,

आओ जी कंचन के रथ पर |

नज़र बिछी है, एक-एक दिक्पाल की,

छ्टा दिखाओ गति की लय की ताल की ||


आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी !

सैनिक तुम्हें सलामी देंगे |

लोग-बाग बलि-बलि जायेंगे,

दॄग-दॄग में खुशियां छ्लकेंगी ||


ओसों में दूबें झलकेंगी,

प्रणति मिलेगी नये राष्ट्र के भाल की |

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी!

बाबा नागार्जुन रानी एलिज़ाबेथ पर हिंदी कविता | बाबा नागार्जुन की जवाहरलाल नेहरू पर हिंदी कविता

बेबस-बेसुध, सूखे-रुखडे़,

हम ठहरे तिनकों के टुकडे़ |

टहनी हो तुम भारी-भरकम डाल की,

खोज खबर तो लो,

अपने भक्तों के खास महाल की ||


लो कपूर की लपट,

आरती लो सोने की थाल की,

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी ||


भूखी भारत-माता के सूखे हाथों को चूम लो,

प्रेसिडेन्ट की लंच-डिनर में स्वाद बदल लो, झूम लो |

पद्म-भूषणों, भारत-रत्नों से उनके उद्गार लो,

पार्लमेण्ट के प्रतिनिधियों से आदर लो, सत्कार लो ||


मिनिस्टरों से शेकहैण्ड लो, जनता से जयकार लो,

दायें-बायें खड़े हज़ारी आफ़िसरों से प्यार लो |

धनकुबेर उत्सुक दिखेंगे, उनको ज़रा दुलार लो,

होंठों को कम्पित कर लो, रह-रह के कनखी मार लो ||


बिजली की यह दीपमालिका फिर-फिर इसे निहार लो,

यह तो नयी-नयी दिल्ली है, दिल में इसे उतार लो ||

बाबा नागार्जुन रानी एलिज़ाबेथ पर हिंदी कविता | बाबा नागार्जुन की जवाहरलाल नेहरू पर हिंदी कविता

एक बात कह दूँ मलका, थोड़ी-सी लाज उधार लो,

बापू को मत छेड़ो, अपने पुरखों से उपहार लो

जय ! ब्रिटेन की जय हो ! इस कलिकाल की!

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी !

रफ़ू करेंगे फटे-पुराने जाल की |

यही हुई है राय जवाहरलाल की,

आओ रानी, हम ढोयेंगे पालकी !!

😁

 बाबा नागार्जुन

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Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics - फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है | Rahgir Song Lyrics

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Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics सादगी तो हमारी जरा देखिये   सादगी तो हमारी जरा देखिये,  एतबार आपके वादे पे कर लिया | मस्ती में इक हसीं को ख़ुदा कह गए हैं हम,  जो कुछ भी कह गए वज़ा कह गए हैं हम  || बारस्तगी तो देखो हमारे खुलूश कि,  किस सादगी से तुमको ख़ुदा कह गए हैं हम || किस शौक किस तमन्ना किस दर्ज़ा सादगी से,  हम करते हैं आपकी शिकायत आपही से || तेरे अताब के रूदाद हो गए हैं हम,  बड़े खलूस से बर्बाद हो गए हैं हम ||