मायावती
मायावती ! मायावती !
दलितेन्द्र की छायावती ! छायावती !
जय जय हे ! दलितेन्द्र,
प्रभु, आपकी चाल-ढाल से,
दहशत में है केन्द्र |
| बाबा नागार्जुन की मायावती पर हिंदी कविता |
| बाबा नागार्जुन हिंदी कवितायेँ |
जय जय हे ! दलितेन्द्र,
आपसे दहशत खाए केन्द्र |
अगल बगल हैं पण्डित सुखराम,
जिनके मुख में राम ||
सोने की ईंटों पर बैठे हैं,
नरसिंह राव |
राजा होंगे आगे चल कर,
जिनके पुत्र प्रभाकर राव ||
मायावती मायावती,
दलितेन्द्र की शिष्या |
छायावती ! छायावती !
| बाबा नागार्जुन की मायावती पर हिंदी कविता |
| बाबा नागार्जुन हिंदी कवितायेँ |
दलितेन्द्र कांशीराम,
भाषण देते धुरझाड़ |
सब रहते हैं दंग,
बज रहे दलितों के मृदंग ||
जय जय हे! दलितेन्द्र,
आपसे दहशत खाए केन्द्र ||
मायावती आपकी शिष्या,
करे चढ़ाई,
बाबा विश्वकनाथ पर |
प्रभो, आपसे शंकित है केन्द्र,
जय जय हे ! दलितेन्द्र ||
मायावती ! मायावती !
गुरु गुन मायावती,
मायावती ! मायावती !
गुरु गुन मायावती,
मायावती ! मायावती !
-
नागार्जुन
| बाबा नागार्जुन की मायावती पर हिंदी कविता |
| बाबा नागार्जुन हिंदी कवितायेँ |
READ MORE POEMS
Amausa Ke Mela, Amausa Ke Mela
Man Ka Santosh - मन का संतोष
Poems On Holi In Hindi