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दुख ही जीवन की कथा रही, क्या कहूँ आज, जो नहीं कही। Explanation

झुकी झुकी सी नज़र - Jhuki Jhuki Si Nazar | Kaifi Azmi - कैफ़ी आज़मी

झुकी झुकी सी नज़र - Jhuki Jhuki Si Nazar

Kaifi Azmi - कैफ़ी आज़मी

झुकी झुकी सी नज़र - Jhuki Jhuki Si Nazar  Kaifi Azmi - कैफ़ी आज़मी

झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं

दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं


तू अपने दिल की जवाँ धड़कनों को गिन के बता

मिरी तरह तिरा दिल बे-क़रार है कि नहीं


वो पल कि जिस में मोहब्बत जवान होती है

उस एक पल का तुझे इंतिज़ार है कि नहीं


तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को

तुझे भी अपने पे ये ए'तिबार है कि नहीं

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Kaifi Azmi - कैफ़ी आज़मी

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महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंदी कविता - Mahabharata Poem On Arjuna

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हिंदी कविता पढ़ना कैसे शुरू करें | How To Start Reading Hindi Poetry ? | Sahityashala

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Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Abhi Munde (Psycho Shayar) | कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita

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सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है - Sach Hai Vipatti Jab Aati Hai

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अरे! रणभूमि में छल करते हो, तुम कैसे भगवान हुए ! | Karna Par Hindi Kavita | Ranbhoomi Me Chhal Karte

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Hindu Tan Man, Hindu Jeevan | हिंदु तन मन, हिन्दु जीवन, रग-रग हिन्दु मेरा परिचय

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