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वफ़ा - Wafaa | Love Poems In Hindi | Ishq Par Kavita | Harsh Nath Jha

वफ़ा

Love Poems In Hindi

वफ़ा - हर्ष नाथ झा - Love Poems In Hindi

चोट देते हो

कहते हो माफ़ करिये

हमको न ऐसे 

यूँ याद करिये

अहल-ए-वफ़ा की

तो कीमत बहुत है

ख़ुदा से न मेरी

फ़रियाद करिये


है आँखों में पानी

यह दर्द-ए-वफ़ा है

ये ग़म की हँसी है

या दिल कुछ ख़फ़ा है

जिसको था चाहा

था माँगा ख़ुदा से

मोहब्बत मेरी

हाँ! बेवफ़ा है ।


वफ़ा - हर्ष नाथ झा - Love Poems In Hindi

पुराने खतों को

संभाले रखा है

लम्हों को दिल से

लगाए रखा है

तेरे इश्क़ पर

मुझे इतना यकीन था

उन झूठे वादों

को सजाए रखा है ।


सिमटते-सिमटते

बिखर गए हम

छिपाते-छिपाते

बिछड़ गए हम

हम ने तो हर पल

था जोड़ा ये रिश्ता

ये वक़्त क्या बीता

गुज़र गए हम


वफ़ा - हर्ष नाथ झा - Love Poems In Hindi


इस ग़म-ए-वफ़ा में

हम फिर क्यों रोएँ ?

तेरी यादों में

हर दिन क्यों सोएँ ?

तुमसे तो हम ने

बस दिल था लगाया

अब रुकते न आँसू

कैसे न रोएँ ?

 

अंजाम-ए-वफ़ा का

है दर्द मुझको

इश्क़ है ये कैसा ?

गुनहगार तुम हो

क्यों झूठे आँसू ?

है क्यों झूठी सिसकी ?

इस बहते झोंके में

अब तुम ही गुम हो।


वफ़ा - हर्ष नाथ झा - Love Poems In Hindi


जब मिले मुझ-सा

वफ़ादार कोई

हो इश्क़ फिर से

मिले प्यार कोई

आँखों पे अब कोई

फिर से फ़िदा हो

करे फिर से तुझसे

इज़हार कोई ।


यादों में ग़म का

ना आँसू बहाना

नए इश्क़ को, हाँ !

फिर से सजाना

अगर अब तू रूठा

तब हम ना होंगे

आ जाए क़यामत

बस तुम न आना |

-

हर्ष नाथ झा

वफ़ा - हर्ष नाथ झा - Love Poems In Hindi


Love Poems In Hindi

Love Poetry In Hindi

Ishq Urdu Shayari 

Ishq Hindi Shayari 


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