सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

New !!

बाग़ी बलिया का सूरज - Baagi Baliya Ka Sooraj | Baliya Balidaan Diwas - Abhishek Mishra

सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने - Sab Ajnabi Hain Yaha Kaun Kis Ko Pehchane

सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने - Sab Ajnabi Hain Yaha Kaun Kis Ko Pehchane

 Kaifi Azmi - कैफ़ी आज़मी

सुना करो मिरी जाँ इन से उन से अफ़्साने

सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने

सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने - Sab Ajnabi Hain Yaha Kaun Kis Ko Pehchane

यहाँ से जल्द गुज़र जाओ क़ाफ़िले वालो

हैं मेरी प्यास के फूँके हुए ये वीराने


मिरे जुनून-ए-परस्तिश से तंग आ गए लोग

सुना है बंद किए जा रहे हैं बुत-ख़ाने


जहाँ से पिछले पहर कोई तिश्ना-काम उठा

वहीं पे तोड़े हैं यारों ने आज पैमाने

सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने - Sab Ajnabi Hain Yaha Kaun Kis Ko Pehchane

बहार आए तो मेरा सलाम कह देना

मुझे तो आज तलब कर लिया है सहरा ने


हुआ है हुक्म कि 'कैफ़ी' को संगसार करो

मसीह बैठे हैं छुप के कहाँ ख़ुदा जाने

Ladakh Faceoff Hindi Poems On Parivartan - परिवर्तन पर कविता एक अच्छी कविता कैसे लिखे ? आन्हर जिनगी - "यात्री" मैथिलि कविता Shor Yuhi Na Parindon Ne Machaya Hoga | Kaifi Azmi Hindi Poem On Students - एक कागज़ के टुकड़े के लिए | Harsh Nath Jha Ab Uski Yaad Raat Din | Ahmad Faraz Shramjeevi - श्रमजीवी | यथार्थ - Rakesh Jha "सक्षम" बिहार का परिचय | Bihar Ka Parichay Hindi Kavita कोई मज़बूरी होगी - Poem Dedicated to Sushant Singh Rajput INSPIRATIONAL POEMS IN HINDI - ये वक्त की पाबन्दियां The Dolphins By Carol Ann Duffy - ISC Class 12 Poems Learn A Little Every Day - Motivational Poems In English हर घड़ी चश्म-ए-ख़रीदार - Shakeel Azmi मनुष्यता - Maithilisharan Gupt सब अजनबी हैं यहाँ कौन किस को पहचाने प्रेरणा - यात्री की मैथिलि कविता Motivational Short Poem In Hindi मोटिवेशनल हिंदी कविता | Motivational Hindi Poems Bhaagya - भाग्य | अनुष्का कसौधन Ode on a Grecian Urn - John Keats ऐसा ख़ामोश तो मंज़र न फ़ना का होता | Gulzar दुख ही जीवन की कथा रही - Explanation Sad Poems In Hindi | Rakesh Jha Poems Holi Par Poems In Hindi | Happy Holi 2023 Mang Ki Sindoor Reekha | Kumar Vishwas Dil Me Kisi Ke Raah - Jigar Moradabadi Motivational Poems In Hindi - मेरा नाम लिया जाएगा प्रकृति, बचपन और मानवता - Hindi Poems On Nature

Famous Poems

महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंदी कविता - Mahabharata Poem On Arjuna

|| महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता || || Mahabharata Poem On Arjuna ||   तलवार, धनुष और पैदल सैनिक कुरुक्षेत्र में खड़े हुए, रक्त पिपासु महारथी इक दूजे सम्मुख अड़े हुए | कई लाख सेना के सम्मुख पांडव पाँच बिचारे थे, एक तरफ थे योद्धा सब, एक तरफ समय के मारे थे | महा-समर की प्रतिक्षा में सारे ताक रहे थे जी, और पार्थ के रथ को केशव स्वयं हाँक रहे थे जी ||    रणभूमि के सभी नजारे देखन में कुछ खास लगे, माधव ने अर्जुन को देखा, अर्जुन उन्हें  उदास लगे | कुरुक्षेत्र का महासमर एक पल में तभी सजा डाला, पांचजन्य  उठा कृष्ण ने मुख से लगा बजा डाला | हुआ शंखनाद जैसे ही सब का गर्जन शुरु हुआ, रक्त बिखरना हुआ शुरु और सबका मर्दन शुरु हुआ | कहा कृष्ण ने उठ पार्थ और एक आँख को मीच जड़ा, गाण्डिव पर रख बाणों को प्रत्यंचा को खींच जड़ा | आज दिखा दे रणभूमि में योद्धा की तासीर यहाँ, इस धरती पर कोई नहीं, अर्जुन के जैसा वीर यहाँ ||    सुनी बात माधव की तो अर्जुन का चेहरा उतर गया, ...

Arey Dwarpalo Kanhaiya Se Keh Do Lyrics | अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो लिरिक्स

Arey Dwarpalo Kanhaiya Se Keh Do Lyrics अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो लिरिक्स

सादगी तो हमारी जरा देखिये | Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics | Nusrat Fateh Ali Khan Sahab

Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics सादगी तो हमारी जरा देखिये   सादगी तो हमारी जरा देखिये,  एतबार आपके वादे पे कर लिया | मस्ती में इक हसीं को ख़ुदा कह गए हैं हम,  जो कुछ भी कह गए वज़ा कह गए हैं हम  || बारस्तगी तो देखो हमारे खुलूश कि,  किस सादगी से तुमको ख़ुदा कह गए हैं हम || किस शौक किस तमन्ना किस दर्ज़ा सादगी से,  हम करते हैं आपकी शिकायत आपही से || तेरे अताब के रूदाद हो गए हैं हम,  बड़े खलूस से बर्बाद हो गए हैं हम ||

Dar Pe Sudama Garib Aa Gaya Hai Lyrics | दर पे सुदामा गरीब आ गया है

Dar Pe Sudama Garib Aa Gaya Hai Lyrics दर पे सुदामा गरीब आ गया है  लिरिक्स देखो देखो ये गरीबी, ये गरीबी का हाल । कृष्ण के दर पे, विश्वास लेके आया हूँ ।। मेरे बचपन का यार है, मेरा श्याम । यही सोच कर मैं, आस कर के आया हूँ ।। अरे द्वारपालों, कन्हैया से कह दो । अरे द्वारपालों, कन्हैया से कह दो ।। के दर पे सुदामा, गरीब आ गया है । के दर पे सुदामा, गरीब आ गया है ।। भटकते भटकते, ना जाने कहां से । भटकते भटकते, ना जाने कहां से ।। तुम्हारे महल के, करीब आ गया है । तुम्हारे महल के, करीब आ गया है ।। ना सर पे है पगड़ी, ना तन पे हैं जामा । बता दो कन्हैया को, नाम है सुदामा ।। Dar Pe Sudama Garib Aa Gaya Hai Lyrics दर पे सुदामा गरीब आ गया है  लिरिक्स बता दो कन्हैया को, नाम है सुदामा । बता दो कन्हैया को, नाम है सुदामा ।। ना सर पे है पगड़ी, ना तन पे हैं जामा । बता दो कन्हैया को, नाम है सुदामा ।। हो..ना सर पे है पगड़ी, ना तन पे हैं जामा । बता दो कन्हैया को, नाम है सुदामा ।। बता दो कन्हैया को । नाम है सुदामा ।। इक बार मोहन, से जाकर के कह दो । तुम इक बार मोहन, से जाकर के कह दो ।। के मिलने सखा, बदनसीब आ...

Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Abhi Munde (Psycho Shayar) | कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita

Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Psycho Shayar   कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita पांडवों  को तुम रखो, मैं  कौरवों की भी ड़ से , तिलक-शिकस्त के बीच में जो टूटे ना वो रीड़ मैं | सूरज का अंश हो के फिर भी हूँ अछूत मैं , आर्यवर्त को जीत ले ऐसा हूँ सूत पूत मैं |   कुंती पुत्र हूँ, मगर न हूँ उसी को प्रिय मैं, इंद्र मांगे भीख जिससे ऐसा हूँ क्षत्रिय मैं ||   कुंती पुत्र हूँ, मगर न हूँ उसी को प्रिय मैं, इंद्र मांगे भीख जिससे ऐसा हूँ क्षत्रिय मैं ||   आओ मैं बताऊँ महाभारत के सारे पात्र ये, भोले की सारी लीला थी किशन के हाथ सूत्र थे | बलशाली बताया जिसे सारे राजपुत्र थे, काबिल दिखाया बस लोगों को ऊँची गोत्र के ||   सोने को पिघलाकर डाला शोन तेरे कंठ में , नीची जाती हो के किया वेद का पठंतु ने | यही था गुनाह तेरा, तू सारथी का अंश था, तो क्यों छिपे मेरे पीछे, मैं भी उसी का वंश था ?   यही था गुनाह तेरा, तू सारथी का अंश था, तो क्यों छिपे मेरे पीछे, मैं भी उसी का वंश था ? ऊँच-नीच की ये जड़ वो अहंकारी द्रोण था, वीरों की उसकी सूची में, अर्...