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तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन... | Tera Chup Rehna Mere Zehen Mein - Tehzeeb Hafi Urdu Shayari

तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन... | Tera Chup Rehna Mere Zehen

Tehzeeb Hafi Urdu Shayari

Tera Chup Rehna Mere Zehen Me Hindi Lyrics

तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन... | Tera Chup Rehna Mere Zehen Mein- Tehzeeb Hafi Urdu Shayari

तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन में क्या बैठ गया
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया

यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ
जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया

इतना मीठा था वो ग़ुस्से भरा लहजा मत पूछ
उस ने जिस को भी जाने का कहा बैठ गया

उस की मर्ज़ी वो जिसे पास बिठा ले अपने
इस पे क्या लड़ना फ़लाँ मेरी जगह बैठ गया

अपना लड़ना भी मोहब्बत है तुम्हें इल्म नहीं
चीख़ती तुम रही और मेरा गला बैठ गया

बात दरियाओं की सूरज की न तेरी है यहाँ
दो क़दम जो भी मिरे साथ चला बैठ गया

बज़्म-ए-जानाँ में नशिस्तें नहीं होतीं मख़्सूस
जो भी इक बार जहाँ बैठ गया बैठ गया

Tera Chup Rehna Mere Zehen Me Hindi Lyrics

तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन | tera chup rahna mere zehen mein - Tehzeeb Hafi Urdu Shayari

Tera Chup Rehna Mere Zehen Me English Lyrics

Tera Chup Rahna Mere Zehan Mein Kya Baith Gaya
Itni Aawaazen Tujhe Deen Ki Gala Baith Gaya

Yun Nahin Hai Ki Faqat Main Hi Use Chahta Hoon
Jo Bhi Us Ped Ki Chaanv Mein Gaya Baith Gaya

Itna Meetha Tha Vo Ghusse Bhara Lahja Mat Pooch
Us Ne Jis Ko Bhi Jaane Ka Kaha Baith Gaya

Apna Ladna Bhi Mohabbat Hai Tumhein Ilm Nahin
Cheekhti Tum Rahi Aur Mera Gala Baith Gaya

Us Ki Marzi Vo Jise Paas Bitha Le Apne
Is Pe Kya Ladna Fulan Meri Jagah Baith Gaya

Baat Daryaon Ki Suraj Ki Na Teri Hai Yahan
Do Qadam Jo Bhi Mere Saath Chala Baith Gaya

Bazm-e-jaanan Mein Nashisten Nahin Hoti Makhsoos
Jo Bhi Ik Baar Jahaan Baith Gaya Baith Gaya

Tera Chup Rehna Mere Zehen Me English Lyrics

-
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तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन... | Tera Chup Rehna Mere Zehen Mein - Tehzeeb Hafi Urdu Shayari



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